पांडवेश्वर के पूर्व विधायक और भाजपा नेता जितेंद्र तिवारी ने आज आसनसोल के शीतला इलाके में भाजपा जिला कार्यालय में एक संवाददाता सम्मेलन किया। इस अवसर पर आसनसोल जिला भाजपा अध्यक्ष देवतनु भट्टाचार्य भी मौजूद रहे।
संवाददाता सम्मेलन में जितेंद्र तिवारी ने पांडवेश्वर के वर्तमान टीएमसी विधायक और जिला टीएमसी अध्यक्ष नरेंद्र नाथ चक्रवर्ती पर झांझरा प्रोजेक्ट में व्यापक स्तर पर कोयला घोटाले का सनसनीखेज आरोप लगाया। तिवारी ने दावा किया कि झांझरा प्रोजेक्ट के महाप्रबंधक और एजेंटों की मिलीभगत से दो तरह से अवैध कोयला कारोबार चलाया जा रहा है — ओवर रिपोर्टिंग और कोयले की तस्करी।
उन्होंने बताया कि उत्खनन से अधिक कोयले की रिपोर्टिंग की जाती है और साथ ही कोयला माफिया के माध्यम से अवैध तस्करी करवाई जाती है। इसके अतिरिक्त, हर साल मार्च महीने में उत्पादन आंकड़ों को छुपाने के लिए मेजिया थर्मल पावर प्लांट से ब्लैक कोल डस्ट मंगाकर कोयले में मिलाया जाता है ताकि वजन में गड़बड़ी छिपाई जा सके।
जितेंद्र तिवारी ने कहा कि अब उनके पास कोयले में ब्लैक डस्ट मिलाने का वीडियो सबूत सहित कई प्रमाण हैं, जिसके आधार पर अब वह खुलकर सामने आए हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि नरेंद्र नाथ चक्रवर्ती न केवल पांडवेश्वर के विधायक हैं, बल्कि जिले के टीएमसी अध्यक्ष भी हैं, इसलिए तृणमूल कांग्रेस इस भ्रष्टाचार से खुद को अलग नहीं कर सकती।
तिवारी ने मांग की कि इस पूरे प्रकरण की निष्पक्ष जांच हो और जांच पूरी होने तक झांझरा प्रोजेक्ट के जनरल मैनेजर को तत्काल प्रभाव से हटाया जाए।
केंद्रीय कर्मचारियों पर भी सवाल उठने के सवाल पर तिवारी ने स्पष्ट किया कि केंद्र सरकार भ्रष्टाचार के प्रति "जीरो टॉलरेंस" नीति अपनाती है और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करती है, जबकि टीएमसी अपने नेताओं को बचाने का प्रयास करती है।
इस मौके पर भाजपा जिला अध्यक्ष देवतनु भट्टाचार्य ने भी झांझरा प्रोजेक्ट में भ्रष्टाचार का आरोप लगाया और कहा कि यदि जल्द कार्रवाई नहीं की गई, तो भाजपा आने वाले दिनों में बड़ा आंदोलन छेड़ेगी।
जितेंद्र तिवारी ने तृणमूल कांग्रेस पर तीखा हमला करते हुए कहा कि अगर कोयला और बालू तस्करी से होने वाली कमाई बंद हो जाए तो टीएमसी पार्टी का अस्तित्व ही समाप्त हो जाएगा।
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